जीव जगत् का अर्थ
[ jiv jegat ]
जीव जगत् उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- सभी जीवित एवं विलुप्त प्राणियों का समूह:"जीव जगत में अनेकों अदृश्य प्राणी भी शामिल हैं"
पर्याय: जीव जगत, प्राणी जगत, प्राणी जगत्, जन्तु जगत, जंतु जगत, जंतु जगत्, जन्तु जगत्
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- केवल मनुष्य ही नहीं , सारा जीव जगत् स्वतन्त्रताप्रिय है।
- जीव ईश्वर , जीव जीव, जीव जगत्, ईश्वर जगत्, जगत् जगत् इनमें भेद स्वत:
- किन्तु मनुष्य की भावना जीव जगत् ही नहीं , पदार्थों तक में फैली होती है.
- कहा जाता है कि पत्रकारिता सम्पूर्ण जीव जगत् के कल्याणार्थ एक सतत आन्दोलन है ।
- उसका सीधा संबंध ब्रह्म , जीव, जगत्, माया आदि परोक्ष चेतनाओं के साथ हुआ करता है।
- उसका सीधा संबंध ब्रह्म , जीव, जगत्, माया आदि परोक्ष चेतनाओं के साथ हुआ करता है।
- तीनों में वास्तविक अभेद होने पर भी अज्ञान के कारण जीव जगत् को अपने से पृथक् समझता है।
- इस व्रत का पालन जीवन में , जीव जगत् में उत्पन्न प्रत्येक मनुष्य मात्र को करना श्रेयस्कर है।
- इस व्रत का पालन जीवन में , जीव जगत् में उत्पन्न प्रत्येक मनुष्य मात्र को करना श्रेयस्कर है।
- जाग्रत और स्वप्नावस्थाओं में जीव जगत् में रहता है परंतु सुषुप्ति में जीव प्रपंच ज्ञानशून्य चेतनावस्था में रहता है।